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गुरू पूर्णिमा का महत्त्व

  किमत्र बहुनोक्तेन शास्त्रकोटि शतेन च । दुर्लभा चित्त विश्रान्तिः विना गुरुकृपां परम् ॥ गुरू पूर्णिमा पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण आभ...

Tuesday 7 July 2015

पदार्पण

चतुर्मुखमुखाम्भोज वनहंसवधूर्मम।
मानसे रमतां नित्यं सर्वशुक्ला सरस्वती।।
(दंडी)

कई दिनों से मन कह रहा था कि " भाई ब्लॉग लिख,ब्लॉग लिख" और आज फाइनली मैंने अपनी 24वीं वर्षगांठ पर लिखना शुरू कर दिया..
आशा करता हूँ आप सभी विद्वानों और विद्यार्थियों के साथ संस्कृत अनुरागियों और सामाजिकों को यह ब्लॉग पसंद आएगा...

आपका अपना
मकरध्वज तिवारी...

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